रक्षाबंधन उत्सव हेतु एकल गीत।rakshabandhan hetu ekal geet | RSS geet

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संगठन सूत्र में मचल – मचल हम, आज पुनः बंधते  जाते। ।
मां के शत-शत खंडित मंदिर का ,शिलान्यास करते जाते ।
संगठन सूत्र में मचल – मचल ।।

हम हिंदू राष्ट्र के हैं प्रतिक हिंदू पन का अभिमान लिये। 

उर में स्वदेश – सम्मान लिये , निर्भय निरीह बलिदान लिये ।
विस्मृत स्वराष्ट्र – बलिवेदी पर, हम उछल-उछल चढ़ते जाते।

संघठन सूत्र। …………………………… 

 

उत्तर में हिमगिरि से लेकर , दक्षिण में रामेश्वर महान। 

प्राची में बरह्मपुत्र नद से ,पश्चिम में सिंधु का वितान। 

ऐसे विस्तृत सुविशाल देश के राष्ट्र है हम इस नाते। 

संगठन सूत्र। ……………….. 

 हम में अखंड सांस्कृति ऐक्य ,हम में सदैव इतिहास साम्य। 

धार्मिक विचार -धारा पुनीत ,आदर्श मूल सिद्धांत साम्य। 

संगठन भवन निर्माण हेतु आधार स्तम्भ मिलते जाते।।

संगठन सूत्र में……….. …………….



 

 

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