स्वामी विवेकानन्द के शिक्षा दर्शन के आधारभूत सिद्धान्त | Swami vivekanand teachings

स्वामी विवेकानन्द के शिक्षा दर्शन के आधारभूत सिद्धान्त निम्नलिखित हैं –

 

नमस्कार दोस्तों आज आपको हम बताने जा रहे हैं स्वामी विवेकानन्द के शिक्षा दर्शन के आधारभूत सिद्धान्त | आशा है आपको पसंद आएगा |

१. स्वामी विवेकानन्द जी का मानना है कि शिक्षा ऐसी हो जिससे बालक का शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक विकास हो सके।

२. स्वामी विवेकानन्द जी के अनुसार शिक्षा ऐसी हो जिससे बालक के चरित्र का निर्माण हो, मन का विकास हो, बुद्धि  विकसित हो था बालक आत्मनिर्भन बने।

३.स्वामी विवेकानन्द जी का मानना है कि बालक एवं बालिकाओं दोनों को समान शिक्षा देनी चाहिए।

४.स्वामी विवेकानन्द जी के अनुसार धार्मिक शिक्षा, पुस्तकों द्वारा न देकर आचरण एवं संस्कारों द्वारा देनी चाहिए।

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५. पाठ्यक्रम में लौकिक एवं पारलौकिक दोनों प्रकार के विषयों को स्थान देना चाहिए।

६.स्वामी विवेकानन्द जी का मानना है कि शिक्षा, गुरू गृह में प्राप्त की जा सकती है।

७.  शिक्षक एवं छात्र का सम्बन्ध अधिक से अधिक निकट का होना चाहिए।

८.  सर्वसाधारण में शिक्षा का प्रचार एवं प्रसार किया जान चाहिये।

९.  देश की आर्थिक प्रगति के लिए तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था की जाय।

१०.  मानवीय एवं राष्ट्रीय शिक्षा परिवार से ही शुरू करनी चाहिए।

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