मोबाइल फ़ोन पर निबंध | Essay on Mobile phone in Hindi

In this article you will read Essay on Mobile phone in Hindi written in easy language. You will alsolearn advantages and disadvantages of mobile phones.

आज के लेख में हम विद्यार्थियों की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए , मोबाइल के फायदे और नुकसान को विस्तार से समझने का प्रयास करेंगे। इस लेख को पढ़कर विद्यार्थी अथवा सामान्य व्यक्ति मोबाइल के फायदे तथा नुकसान को बेहद ही आसानी से समझ सकता है।

यह लेख व्यक्ति के मानसिक विकास , ज्ञान अथवा रुचि को ध्यान में रखकर ही लिखा जा रहा है।

प्रस्तुत लेख से आप इस लेख में निहित ज्ञान को अवश्य ही अर्जित कर पाएंगे।

 

Best Essay on Mobile Phone in Hindi – मोबाइल फ़ोन पर निबंध

 

मोबाइल शब्द मोबिलिटी अर्थात चलना – फिरना से लिया गया है। जिसका स्पष्ट अर्थ है वह साधन जो चलते फिरते भी आपके साथ हो।

मोबाइल फोन वर्तमान समय की आवश्यकता बन गई है।

वैश्विक स्तर पर संचार क्रांति ने अपने पांव पसार लिए हैं।

इसका प्रमुख कारण संचार के क्षेत्र में नवीनतम अविष्कार दिन – प्रतिदिन किए जा रहे हैं। जिसका सामान्य सा उद्देश्य व्यक्ति के जीवन में संचार की सुविधाओं को सरल करना तथा आर्थिक क्षेत्र का विकास करना है।

आज के दौर में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है , जिससे मोबाइल अथवा इंटरनेट की आवश्यकता नहीं पड़ती हो।

आज सामान्य और छोटा सा कार्य भी मोबाइल और इंटरनेट के बिना संभव नहीं है।

घर , बाजार , विद्यालय , चिकित्सालय इत्यादि सभी जगह मोबाइल और इंटरनेट की उपलब्धता और उसके सरल उपयोग के माध्यम से लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। मोबाइल के सुविधाजनक तथा सस्ती उपलब्धता के कारण प्रत्येक व्यक्ति के पास लगभग मोबाइल की सुविधा उपलब्ध है।

मोबाइल के अनेकों फायदे भी व्यक्ति के जीवन में है तो इसके अनेकों नुकसान भी है।

आज हम विस्तार से मोबाइल के फायदे अथवा नुकसान का अध्ययन करेंगे –

 

मोबाइल के फायदे – Advantages of Mobile phone in Hindi

Read the advantages of Mobile phone in Hindi with detail in esay language. Read every point carefully.

1. संपर्क – Communication

मोबाइल के आगमन से समाज में संपर्क का माध्यम सुगम हुआ है। पूर्व समय में जहां अपने सगे संबंधियों से संपर्क करने के लिए चिट्ठी – पत्रि का प्रयोग किया जाता था। कई बार यह चिट्ठी अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाती थी। जिसके कारण भेजी गई सूचना दूसरे व्यक्ति तक पहुंच ही नहीं पाती थी।

रास्ते में या तो डाकिया उस चिट्ठी को रोक लेता या कहीं खो जाती।

जिसमें सदैव संशय बना रहता था कि हमारे द्वारा भेजा गया संदेश दूसरे व्यक्ति तक पहुंचा या नहीं।

कितनी बार भेजने के बाद वह चिट्ठी एक बार भेजे गए स्थान तक पहुंच पाती थी।

ऐसी अनेकों समस्याएं पूर्व समय में होती थी।

किंतु मोबाइल के आने से संपर्क का साधन सुगम हो गया है।

आज क्षणभर में व्यक्ति अपने सगे – संबंधियों से बात कर लेता है।

यहां तक कि वर्तमान समय में वीडियो कॉलिंग की सुविधा के आगमन से एक – दूसरे को चलचित्र के माध्यम से भी देखा जा सकता है और वार्तालाप किया जा सकता है।

मोबाइल में निश्चित रूप से दो व्यक्तियों के बीच की दूरी को कम किया है।

जहां चिट्ठियों के आदान-प्रदान में महीनों का समय लग जाया करता था वही यह कुछ क्षण में संभव हो गया है।

 

2. जानकारी – Information

मोबाइल के माध्यम से आज अपने आसपास समाज अथवा वैश्विक स्तर की जानकारी भी तुरंत मिल जाती है। मोबाइल में इंटरनेट की सुविधा होने के कारण एक व्यक्ति अपने मोबाइल के माध्यम से पूरे देश की घटनाओं पर नजर रखता है।

उसे क्षणभर की जानकारी भी प्राप्त हो जाती है।

सरकारी अथवा गैर सरकारी जिस सूचना को वह प्राप्त करना चाहता है , वह मोबाइल के माध्यम से उपलब्ध हो जाता है। विद्यार्थियों के लिए भी यह काफी सुगम हो गया है। इसके माध्यम से विद्यालय पाठ्यक्रम परीक्षा आदि की संपूर्ण जानकारियां मोबाइल के माध्यम से प्राप्त हो जाती है।

पूर्व समय में जहां एक शिक्षार्थी परीक्षा का फॉर्म भरकर भूल जाया करता था , वही आज मोबाइल के माध्यम से उस परीक्षा से संदर्भित सभी तिथियां s.m.s. अथवा इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल पर प्राप्त हो जाता है। यह सुविधा पूर्व समय में उपलब्ध नहीं थी , जिसके कारण विद्यार्थी उन सभी जानकारियों से दूर रहता था जो उसके लिए उपयोगी थी।

 

3. सूचना –

मोबाइल वर्तमान समय में सूचना का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है।

इसकी उपलब्धता ने ईमेल , फेसबुक ट्विटर आदि से अधिक प्रसिद्धि प्राप्त कर ली है। मोबाइल के आगमन से चिट्ठी का युग समाप्त हो गया। जहां चिट्ठी के आदान-प्रदान में महीना लग जाया करता था ,  आज वह कुछ सेकेंड में कार्य पूरा हो जाता है।

अर्थात सूचना क्षणभर में आदान-प्रदान हो जाया करती है।

मोबाइल में मौजूद इंटरनेट ईमेल , व्हाट्सएप आदि अनेक सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना तुरंत आदान-प्रदान हो जाया करती है।

जिसका फायदा स्पष्ट रूप से समाज को मिल जाता है।

 

4. मनोरंजन –

मोबाइल मनोरंजन का सरल व सुगम साधन है।

मोबाइल को सेल फोन भी कहा जाता है। अर्थात वह फोन जो बैटरी के माध्यम से चलती हो।

उसे सेलफोन कहते हैं , उसी का दूसरा नाम मोबाइल फोन भी है। मोबाइल फोन के आकार इतने छोटे हो गए हैं कि , आप उसे अपने पॉकेट में लेकर कहीं भी आ जा सकते हैं।

मोबाइल आज मनोरंजन का एक प्रमुख साधन बन गया है , क्योंकि आज उसके बिना व्यक्ति अधूरा प्रतीत होता है।

मोबाइल के माध्यम से

गाने ,

वीडियो ,

चुटकुले आदि अनेक प्रकार के मनोरंजन के साधन उपलब्ध हैं।

मोबाइल में टेलीविजन भी देखा जा सकता है। जिसमें

टेलीविजन सीरियल ,

क्रिकेट ,

फुटबॉल ,

न्यूज़ ,

समाचार आदि अनेक प्रकार की सभी सामग्री मोबाइल के माध्यम से उपलब्ध हो जाती है।

व्यक्ति अपने रूचि के अनुसार उन सभी सामग्री को देखकर अपना मनोरंजन कर सकता है।

 

5. ज्ञान – विज्ञान की जानकारी –

मोबाइल के माध्यम से विश्व में हो रहे ज्ञान – विज्ञान तथा तकनीक की जानकारी तुरंत मिल जाती है।

मोबाइल द्वारा व्यक्ति विश्व भर के ज्ञान और विज्ञान से जुड़ा रहता है।

कंप्यूटर तथा अन्य प्रकार के उपकरण महंगे होते हैं , जो प्रत्येक व्यक्ति के लिए सुलभ नहीं होता।

मोबाइल उन सभी कमियों को दूर करने की क्षमता रखता है।

मोबाइल में इंटरनेट के माध्यम से एक व्यक्ति घर बैठे विश्व के ज्ञान – विज्ञान का अध्ययन कर सकता है।

उसकी संपूर्ण जानकारियां हासिल कर सकता है।

 

6. बैंकिंग सुविधा – 

मोबाइल के माध्यम से भारत सरकार ने बैंकिंग सुविधाओं को सुलभ और सुगम बना दिया है। डिजिटल क्रांति के इस युग में आज प्रत्येक व्यक्ति के पास मोबाइल उपलब्ध है। उस मोबाइल के माध्यम से व्यक्ति अपने बैंक से जुड़ जाता है और प्रत्येक लेनदेन को देख सकता है। यही नहीं मोबाइल के माध्यम से अपने सुविधा अनुसार किसी भी व्यक्ति को पैसे भेज सकता है अथवा उससे प्राप्त भी कर सकता है।

बैंक ने भी इस क्षेत्र में बढ़ावा देते हुए अपना अनेक प्रकार का एप्लीकेशन अपने ग्राहकों के लिए बनवाया है।

जिसके माध्यम से वह पासबुक तथा बैंकिंग की सारी सुविधाएं प्राप्त कर सकता है।

मोबाइल बैंकिंग के द्वारा व्यक्ति को घर बैठे सारी सुविधाएं मिल जाती है।

इन सुविधाओं के लिए अब बैंक की शाखाओं में जाने की आवश्यकता भी नहीं होती। घर बैठे खाता खोलने से लेकर छोटे से छोटे सभी कार्य मोबाइल बैंकिंग द्वारा उपलब्ध किया गया है।

मोबाइल बैंकिंग को सुरक्षित बनाने के लिए कई प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध है

जैसे –

  • अपने खाते का पूरा प्रबंधन व्यक्ति स्वयं कर सकता है।
  • वह एक समय में अपने समस्त एटीएम अथवा अन्य सुविधाओं को भी रोक सकता है जिसके माध्यम से उसका गलत इस्तेमाल न किया जा सके।

मोबाइल बैंकिंग की सुविधा भारत सरकार का सराहनीय कदम है। जिसका प्रत्येक व्यक्ति आज लाभ उठा रहा है।

 

7. शिक्षा –

मोबाइल शिक्षा का सरल और सुगम साधन बनता जा रहा है। मोबाइल के माध्यम से अनेकों ऐसे कक्षाएं चल रही हैं , जो समाज के उत्थान में अहम योगदान रखती है। दूर – सुदूर गांव तथा शहरों में इस प्रकार की सुविधा का लाभ उठाया जा रहा है। शहर में जहां यह प्रचलित रूप से कार्य कर रही है , तो गांव भी इस प्रकार की शिक्षा को अपना रहा है।

मोबाइल की सुविधा के कारण एक समय में काफी लोग जुड़ कर उच्च शिक्षा को प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षक अपने विद्यार्थियों को मोबाइल के माध्यम से शिक्षा देने के लिए कार्य कर रहे हैं। कई बार ऐसा देखने को मिला है बाढ़ , बारिश अथवा ऐसी आपदा जो मनुष्य जीवन को प्रभावित करती है।

जिसमें पारंपरिक विद्यालय क्षतिग्रस्त हो जाते हैं , ऐसे में विद्यालय को बंद करना पड़ जाता है।

मोबाइल तथा इंटरनेट के माध्यम से आज इस प्रकार की आपदा में भी शिक्षा बाधित नहीं होती है।

वर्तमान समय में जब कोरोना वैश्विक महामारी उभर कर सामने आई है।

जिसमें सामाजिक दूरी बनाने की बात कही जा रही है , ऐसे में विद्यालय कार्यालय आदि सभी बंद किए गए हैं। जिसमें विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित हो रही थी , ऐसे हालात  में मोबाइल तथा इंटरनेट के माध्यम से उस शिक्षा को प्रभावित होने से रोका जा रहा है।

आज विद्यार्थी मोबाइल तथा इंटरनेट के माध्यम से अपने शिक्षकों के संपर्क में रहते हुए उन सभी शिक्षा को ग्रहण कर रहे हैं , जो विद्यालय में रहते हुए ग्रहण करते हैं। एक ही समय पूरी कक्षा के छात्र अथवा अकेले भी अपने शिक्षक से जुड़ते हैं और उस शिक्षा को हासिल करते हैं।

 

8 खरीदारी –

मोबाइल तथा इंटरनेट की क्रांति ने आज बाजार भी ऑनलाइन कर दिया है। अनेकों – अनेक ऐसे प्लेटफार्म उपलब्ध है जहां से आप अपनी खरीदारी घर बैठे कर सकते हैं। मोबाइल ने इस कार्य को और भी सुविधाजनक बना दिया है। पैसों का भुगतान भी घर बैठे ही संभव है।  अनेकों ऐसे एप्लीकेशन तथा ऑनलाइन भुगतान की सुविधा उपलब्ध है , जिसके कारण व्यक्ति उस खरीदारी का भुगतान भी कर सकता है।

ई-कॉमर्स कंपनियां आज ऑनलाइन व्यापार को बढ़ावा दे रही है।

यह कम्पनी अनेकों ऐसे लुभावने ऑफर तथा मनमोहक वस्तुओं की बिक्री कर रहे हैं , जिसके संपर्क में व्यक्ति आता है और उस वस्तु को खरीदने के लिए बाध्य हो जाता है।

मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन खरीदारी काफी आसान हो गई है।

आज प्रत्येक व्यक्ति के पास मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध हो गई है , जिसके माध्यम से ई – कॉमर्स की कंपनियां मोटा मुनाफा कमा रही है। इस व्यापार के माध्यम से पारंपरिक बाजार बर्बाद होता जा रहा है। क्योंकि आज ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपने ग्राहकों के लिए इतनी सुविधाजनक प्रक्रिया मुहैया करवा दी है , जिसके माध्यम से व्यक्ति पारंपरिक बाजार जाने की बजाय ई-कॉमर्स से सामान खरीदना पसंद करता है।

यहां  पर उस ग्राहक को मनचाहा और अनेकों किस्म के सामान उपलब्धता मिल जाती हैं।

उन उत्पादों  पर लुभावने ऑफर तथा छूट भी प्राप्त हो जाती है।

काफी हद तक ऑनलाइन खरीदारी अच्छी है।

यहाँ पर खरीदारी से लेकर भुगतान तक तथा उसके गुणवत्ता की भी गारंटी मिल जाती है , जोकि पारंपरिक बाजार में मिलना मुश्किल होता है।

 

9 व्यापार –

मोबाइल के माध्यम से व्यापार भी आसान हो गया है , चाहे कोई सामान बेचना हो या फिर खरीदना हो घर बैठे यह काम पूरा हो जाता है।

सामान की खरीदारी के लिए ई-कॉमर्स ये कंपनियां –

अलीबाबा , अमेजॉन , स्नेपडील , फ्लिपकार्ट , आदि उपलब्ध है।

वही बिक्री के लिए भी अनेकों साइट कार्य कर रही है।

आप उपरोक्त दिए गए ई-कॉमर्स की कंपनियों के साथ भी हाथ मिला सकते हैं , या फिर साधारण व्यक्ति भी ओ.एल.एक्स OLX जैसी वेबसाइट पर अपना कोई भी सामान बिक्री कर सकता है।

यहां तक कि इन वेबसइट पर पुराना सामान भी यहां बेचा जा सकता है।

मोबाइल क्रांति में आज ऐसा कोई सेक्टर या क्षेत्र नहीं रह पाया है , जो मोबाइल के दायरे में ना हो। लोगों ने घर पर बागवानी करना सीख लिया है और घर पर लगाए गए पौधों को बाजार में मोबाइल के माध्यम से बेच भी रहे हैं।

ऐसे ही अनेक वस्तुएं मोबाइल के माध्यम से बेचे जा रहे हैं।

निश्चित तौर पर मोबाइल ने व्यापार के क्षेत्र में अहम योगदान निभाया है।

इस प्रकार से मोबाइल विश्व के अर्थव्यवस्था में अपना योगदान सराहनीय रूप से दिया।

 

10. नौकरी – 

ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है , जहां मोबाइल की पहुंच नहीं हो।

मोबाइल के माध्यम से अनेकों नौकरियां भी घर बैठे मिल रही है।

कितनी ही कंपनियां घर बैठे लोगों द्वारा डेटा संग्रह , तथा विज्ञापन और  संदेश भेजने जैसे कार्य लोगों को दिया है।

बड़ी-बड़ी कंपनियां जहां पूर्व समय में अधिक पूंजी निवेश कर लोगों को अपने कार्यालय पर रखा करती थी। आज वह पूंजी कम कर लोगों को घर बैठे ही रोजगार उपलब्ध कराया है। कंपनियां अपना विज्ञापन मोबाइल फोन के माध्यम से करवा रही है। जिसमें अनेकों गृहणी , विद्यार्थी तथा अन्य लोग भी इस सुविधा से जुड़ रहे हैं और अपनी आय का माध्यम बना रहे हैं।

आज ऐसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी हैं , जहां लोगों को कुछ समय बिताने के बाद मिनट के हिसाब से पैसे मिलने चालू हो जाते हैं। वहां जाकर उनके प्रोडक्ट अथवा उनकी गतिविधियों को देखना होता है , जिसके बदले वह कंपनी विज्ञापन के तौर पर अपने दर्शकों को पैसे देती है।

 

 

मोबाइल फ़ोन के नुकसान – Disadvantages of Mobile phone in Hindi

There are many disadvanages of mobile phone in hindi. Read each and every point carefully.

मोबाइल के उपर्युक्त ढेरों फायदे आपने पड़े जिसको आपने समझने का प्रयत्न किया होगा। ठीक उसी प्रकार मोबाइल के आने को नुकसान भी है।  अगर व्यक्ति मोबाइल के प्रयोग का अति करता है तो , उसका नुकसान भुगतता है। इसलिए आज हम मोबाइल के होने वाले नुकसान को भी उद्घाटित कर रहे हैं।

इस संभावित नुक्सान की पहचान कर आप उसके नुकसान से बच सकते हैं –

 

1. तनाव –

मोबाइल का सर्वप्रथम नुकसान तनाव है। मोबाइल की सुगम उपलब्धता के कारण व्यक्ति उससे अधिक जुड़ा रहता है।

उसमें निहित इंटरनेट पर वह दिनभर जुड़कर अपना मनोरंजन , ज्ञान आदि प्राप्त करता है। किंतु धीरे-धीरे यह तनाव का प्रमुख कारण बनता जाता है।

मोबाइल में स्क्रीन काफी छोटा होता है , जिसको देखने के लिए आंखों को अधिक जोर लगाना पड़ता है।

जिसके कारण आंखें जल्दी थक जाती है।

इस थकावट के कारण मानसिक रूप से तनाव होता है।

मोबाइल की तरंगे भी मानव शरीर को प्रभावित करती है।

मोबाईल फोन से बेहद खतरनाक रेडिएशन निकलता है जो शरीर को स्पष्ट रूप से प्रभावित करता है।

मोबाइल के अधिक इस्तेमाल के कारण माइग्रेन जैसी समस्या आज दिन – प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

छोटे बच्चों तथा विद्यार्थियों में भी तनाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

वह इससे इतना जुड़ जाते हैं कि , वह घर वालों की बात भी सुनना बंद कर देते हैं।

अगर रोक – टोक किया जाए तो वह अपना उग्र स्वभाव दिखाते हैं।

जो तनाव का एक प्रमुख लक्षण है।

 

2. समय की बर्बादी –

मोबाइल के माध्यम से आज लोग अपना बहुमूल्य समय बर्बाद कर रहे हैं। लोगों के पास जब कुछ कार्य करने को नहीं होता है , वह अपना समय मोबाइल के माध्यम से बर्बाद करते हैं। उस समय में वह चाहे तो कुछ ज्ञान अर्जित कर सकते हैं , अपना मनोरंजन कर सकते हैं।

किंतु नहीं वह मोबाइल के माध्यम से अपना समय बर्बाद करते हैं।

मोबाइल पर एक के बाद एक लुभावने वीडियो , फोटो अथवा अश्लील फोटो  तथा वीडियो भी व्यक्ति के सामने आता जाता है।

जिसके झांसे  में वह व्यक्ति फसता है और उन्हें घंटों बैठकर देखा करता है।

जिसके कारण वह अपने जीवन का बहुमूल्य समय इन सभी गतिविधियों में बर्बाद कर देता है।

यह जीवन में उसके किसी काम का नहीं होता।

लेकिन यह उस व्यक्ति को तब समझ आता है , जब जीवन में उसे निराशा हाथ लगती है।

तब वह बैठकर अपने कर्म को दोष देता है।

 

3 आदत –

मोबाइल फोन आज व्यक्ति की आदत बन गई है।

कोई भी व्यक्ति मोबाइल के बिना अपने आप को अधूरा मानने लगता है।

अगर कुछ देर व्यक्ति अपने मोबाइल से दूर रहे तो , उसका मन नहीं लगता।

उसे जग सूना प्रतीत होता है जैसे उसका कुछ बहुमूल्य चीज उससे दूर हो गया हो।

व्यक्तियों ने इसे अपने आदत में शामिल कर लिया है।

चाहे वह खाना खा रहे हो , या फिर किसी व्यक्ति से बात कर रहे हो।

उनका ध्यान सदैव अपने मोबाइल फोन पर ही होता है।

पूर्व समय में जब मोबाइल फोन नहीं हुआ करता था , लोग मानसिक रूप से स्वस्थ भी होते थे और उनका सामाजिक रूप से भी विकास ठीक प्रकार से हुआ करता था।

आज वह सब मोबाइल की आदत ने छीन लिया है।

मोबाइल की आदत एक जटिल बीमारी बनती जा रही है।

लोगों को समय रहते हुए इसे बदलना चाहिए और इससे छुटकारा पाना चाहिए , अन्यथा भविष्य में इससे छुटकारा पाने के लिए विशेषज्ञों के पास जाने की आवश्यकता पड़ेगी।

 

4. हिंसक प्रवृत्ति को बढ़ावा –

मोबाइल में दिन-रात देखे जाने वाले वीडियो हिंसा को बढ़ावा देते हैं।

अनावश्यक और अप्राकृतिक चलचित्र देखने से लोगों में दिन-प्रतिदिन हिंसक प्रवृत्ति का विकास हो रहा है।

इसका खासा प्रभाव बच्चों अथवा विद्यार्थियों पर देखने को मिल रहा है।

आज छोटी-छोटी बातों पर विद्यार्थी अथवा बच्चे किस प्रकार हिंसा पर उतारू हो जाते हैं यह जगजाहिर है।

छोटी सी डांट भी आज विद्यार्थी नहीं सह पाते और बदला लेने की ठान लेते हैं।

यह सभी मोबाइल के दुष्परिणाम है , जो हिंसक प्रवृत्ति के फोटो अथवा वीडियो को देखने के बाद उनमें जन्म लेता है। परिवार अथवा स्वजनों को चाहिए कि अपने आसपास के बच्चे अथवा विद्यार्थियों पर ध्यान रखें और इस प्रकार के आदतों से उन्हें सचेत करते रहें।

 

5. झूठा प्रचार प्रसार –

मोबाइल की उपलब्धता प्रत्येक व्यक्ति के पास है , चाहे वह शिक्षित हो अथवा और शिक्षित। जिसमें झूठा प्रचार – प्रसार करना बेहद ही सुविधाजनक हो गया है।

व्यक्ति सत्य की स्पष्टता को ना जानते हुए ना जाने कितने ही अफवाह फैला देते हैं।

जिसके कारण गंभीर परिणाम देखने को मिलते हैं।

कितने ही सांप्रदायिक दंगे इस प्रकार के झूठे प्रचार – प्रसार के माध्यम से देखने को मिले हैं।

दो व्यक्ति अथवा दो समाज के बीच झूठा प्रचार – प्रसार आज अधिक देखने को मिल रहा है।

हाल ही में हुए दिल्ली दंगा जिसमें दो संप्रदाय के लोग आपस में लड़ बैठे।

जिसके कारण आधी दिल्ली प्रभावित हो गई।

यह केवल झूठे प्रचार – प्रसार के माध्यम से ही हुआ है।

सरकार का प्रभाव सोशल मीडिया पर अधिक नहीं है , जिसके कारण इस प्रकार की अफवाह धड़ल्ले से फैलाई जा रही है। व्हाट्सएप तथा फेसबुक एक सशक्त माध्यम बन गया है।  जिसका भारत सरकार निगरानी नहीं कर पा रही है। इसके कोई कठोर मानदंड तय नहीं किए गए हैं ,जिसके कारण झूठा प्रचार – प्रसार करने में लोगों को सुविधा होती है।

व्हाट्सएप में निहित फोन की सुविधा भारत सरकार के लिए कठोर चुनौती पेश कर रही है।

जिसमें किसी भी प्रकार की जांच कर पाना अभी तक संभव नहीं हो पाया है।

उपर्युक्त तथ्यों को पढ़ते हुए स्पष्ट हो गया होगा कि आज झूठा प्रचार – प्रसार करने में मोबाइल की कितनी अहम भूमिका हो गई है।

इससे सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता है।

झूठे अफवाहों पर ध्यान न देते हुए उसे रोकने में मदद करनी चाहिए।

अगर किसी प्रकार से वह फोटो अथवा वीडियो दंगा फैला सकती है तो इसे अपने निजी तौर पर नजदीकी पुलिस विभाग को सूचना देनी चाहिए।

 

6 धोखाधड़ी –

मोबाइल फोन के लापरवाही द्वारा किए गए प्रयोग से लोगों के साथ धोखाधड़ी भी देखने को मिल रही है। लोग अपने हंसी – मजाक अथवा मनोरंजन में यह भूल जाते हैं कि यह फोन उनके लिए जहां वरदान है वही अभिशाप भी है। मोबाइल फोन का इस्तेमाल अगर सजग और सचेत रहते हुए नहीं किया गया तो यह धोखाधड़ी का प्रमुख कारण बन जाता है।

मोबाइल फोन में जितने भी एप्लीकेशन अथवा ऑनलाइन कार्य होते हैं वह आपके डेटा को देखते रहते हैं। आपकी गोपनीयता को जानते हैं , कई बार यह लोग ही आपके साथ धोखाधड़ी कर देते हैं।

जाने – अनजाने आपने अपनी लापरवाही से उनको अपनी गोपनीयता देखने की इजाजत दे रखी थी।

इसलिए आप कानूनी रूप से भी उनका कुछ नहीं कर पाते हैं।

आज मोबाइल फोन में बैंकिंग सुविधा लोगों को ध्यान में रखकर चालू किया गया है।

किंतु अशिक्षित और कम समझ वाले व्यक्ति जो इनको नहीं चलाना जानते उनके साथ ठग धोखाधड़ी करते हैं। कुछ संदेश अथवा ऐसे कुछ लिंक भेज कर उन्हें झांसे  में लेते हैं और उनके साथ धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं।

 

7. विज्ञापन की बहुलता –

मोबाइल फोन आपके द्वारा किए गए सभी कार्यों पर नजर रखता है। आप किस सामग्री को पसंद करते हैं , कितनी देर उसको देखते हैं , कहां जाते हैं , क्या पसंद करते हैं , कैसा कपड़ा पहनते हैं , किस कंपनी का प्रोडक्ट आप यूज करते हैं। यह सब मोबाइल के माध्यम से कंपनियां नजर रखती है।

आपको उससे जुड़े प्रोडक्ट को दिखाती है और आप को लुभाती रहती है।

मोबाइल फोन विज्ञापनों की भरमार देखनी ही पड़ती है क्योंकि आप उन विज्ञापनों को रोक नहीं सकते।

इसलिए उन विज्ञापनों के झांसे में आपको हंसना ही पड़ता है।

बड़ी-बड़ी कंपनियां ऐसे तकनीक का प्रयोग करती है जो आपके सभी गतिविधियों पर नजर रखती है।

आपकी जानकारियों का अध्ययन कर अपनी सामग्री को आप तक पहुंच आती है और अपना मुनाफा बढ़ाती है।

 

8. धन की बर्बादी –

विज्ञापन और बाजार जब मोबाइल फोन पर उपलब्ध हो गया है। व्यक्ति दिन-रात चाहे अनचाहे मोबाइल को इस्तेमाल करता है उससे जुड़ा रहता है तो धन की बर्बादी होना निश्चित ही है। आज के समय में ऐसा कौन व्यक्ति होगा जिसके मोबाइल फोन में 4G की सुविधा ना हो अर्थात इंटरनेट की सुविधा ना हो।

आप जानते होंगे 2G , 3G से महंगा 4G का रिचार्ज होता है।

सर्वप्रथम आपके पैसे यहां लगते हैं , और फिर 4G में कुछ जी.बी का डाटा मिलता है वह खत्म हो जाने पर उस डाटा को रिचार्ज करवाना पड़ता है , जिसमें आपका पैसा लगता है। आप जब विज्ञापनों को देखते हैं अथवा ई-कॉमर्स की वेबसाइटों पर विजिट करते हैं , और प्रोडक्ट को देखते हैं कुछ प्रोडक्ट आपको लुभाते हैं। आप ना चाहते हुए भी आप की आवश्यकता नहीं होते हुए भी आप उस प्रोडक्ट को खरीदने का मन बना लेते हैं।

ऐसे में यहां आपका धन बर्बाद होता है।

कितने ही घर की लड़ाइयां देखने में आई है जहां पत्नियां अथवा बच्चे गैर जरूरी सामान ऑनलाइन मंगा लेते हैं।

जिसमें कमाने वाले व्यक्ति का नुकसान होता है।

वह किस प्रकार धन कमाने के लिए दिन भर घर से बाहर रहकर काम करता है।

जहां अपने से बड़े अधिकारियों की डांट सुनता है , और तब पैसे कमा कर घर लाता है।

इस गाढ़ी कमाई को जब इस प्रकार बर्बाद किया जाएगा तो अवश्य ही किसी भी व्यक्ति को गुस्सा आएगा। इससे आपको बचना चाहिए , ऑनलाइन खरीदारी निश्चित तौर पर कुछ हद तक के लिए सही है , किंतु यह धन की बर्बादी का एक माध्यम भी बन गई है इससे सचेत रहना चाहिए।

 

9. गोपनीयता भंग होना –

मोबाइल के माध्यम से आज बड़ी-बड़ी कंपनियां तथा देश व्यक्ति के निजी जानकारियों को हासिल कर रहे हैं। वह इतनी जानकारी तक हासिल कर लेते हैं कि किस समय व्यक्ति जगता है , कहां जाता है तथा कैसे शौक रखता है।

जैसे

खाने में क्या पसंद है ,

क्या पहनना पसंद है ,

किस कंपनी की वस्तुएं वह खाना अथवा पहनना पसंद करता है।

यह कोई अतिशयोक्ति नहीं है , मोबाइल के माध्यम से आज व्यक्ति की गोपनीयता में सेंध लग गई है। बड़ी-बड़ी कंपनियां आपके मोबाइल के माध्यम से इन सभी जानकारियों को हासिल कर रही है , जो उनके लिए लाभकारी हो।

आप सोच रहे होंगे कि यह सब जानकारी वह कैसे हासिल करते हैं।

जब आप किसी भी एप्लीकेशन को डाउनलोड करते हैं , तो वह आपसे मीडिया कांटेक्ट नंबर तथा फाइल मैनेजर को देखने की इजाजत मांगता है और आप उसे इजाजत देते हैं।

जिसके माध्यम से वह कानूनी रूप से आपकी निजी जानकारियों को देखता है , और बड़ी-बड़ी कंपनियों को बेचता है। सबसे बड़ा उदाहरण आप देख सकते हैं ऑनलाइन खरीदारी के लिए अगर आप किसी सामग्री को देख रहे हैं जैसे – मोबाइल फोन , लैपटॉप आदि कुछ भी। वह आपको मोबाइल में कई जगह विज्ञापन के रूप में देखने को मिल जाएगा क्योंकि आपकी रुचि को उस कंपनी ने भाग लिया है।

अब आपको उस सामग्री को खरीदने के लिए विज्ञापन के माध्यम से बाध्य करता रहेगा।

एक क्षण ऐसा आएगा जब आप उस सामग्री को ले लेंगे।

निश्चित रूप से यह आपकी गोपनीयता को ही भंग करते हैं।

उससे जुड़े फोटो कांटेक्ट नंबर तथा अन्य निजी जानकारी भी वह हासिल कर लेते हैं जिसका कई बार दुरुपयोग देखने को मिलता है।

 

10. एकाग्रता का भंग होना –

मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल से एकाग्रता का भंग होना आज के लिए आम बात हो गई है। जहां पूर्व समय में लोग किसी का जन्मदिन तिथि अथवा कोई भी ऐसा कार्यक्रम दिमाग में याद रखते थे , आज यह संभव नहीं है। कोई भी व्यक्ति अपने सगे संबंधियों के जन्मदिन , सालगिरह आदि को भी ध्यान रखने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है।

मोबाइल फोन उसके लिए आज सब कुछ हो गया है उसी में जन्मदिन की तिथि , सालगिरह की तिथि यहां तक कि सुबह उठने के लिए अलार्म भी उसी में लगाया जाता है।

जबकि पूर्व समय में ऐसा नहीं हुआ करता था।

समय अथवा प्रकृति के परिवर्तन से लोग समझ जाते थे , उनका शरीर ठीक अपने समय पर बिना किसी शोर-शराबा के उठ जाया करता था।

आज यह संभव नहीं है , क्योंकि मोबाइल ने उनकी एकाग्रता को भंग कर दिया है।

याद रखने की शक्ति को भी इसने प्रभावित किया है।

आज दिमागी कसरत करने का कोई साधन नहीं है।

पूर्व समय में जहां पहेलियां अथवा कविता , कहानी एक साथ बैठकर सुना करते थे और पूछा करते थे। आज वह संभव नहीं है , उन सभी को मोबाइल फोन अथवा इंटरनेट ने समाप्त कर दिया है।  जिसके कारण ज्ञान सीमित हो गया है , दिमागी कसरत ना होने के कारण व्यक्ति का मानसिक विकास पहले जैसा नहीं रहा।

 

11. उग्र स्वभाव का जगना –

मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल से गृहिणी , विद्यार्थी तथा सामान्य जन में उग्र स्वभाव का भाव जन्म लेता जा रहा है।

यह भविष्य के लिए बेहद ही घातक है।

इस स्वभाव के कारण व्यक्ति के शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ रहे हैं।

उग्र स्वभाव का जन्म लेना मोबाइल का अहम योगदान है , क्योंकि दिन रात जब व्यक्ति मोबाइल फोन के इस्तेमाल को परहेज नहीं करता।

अनावश्यक रूप से जुड़ा रहता है तब कई प्रकार के विपरीत प्रभाव शरीर पर देखने को मिलते हैं।

चिड़चिड़ा  स्वभाव होना , स्वभाव में उग्रता होना आदि आम बात है।

 

निष्कर्ष ( Conclusion about Essay on Mobile phone in hindi ) :-

Read below conclusion for Essay on Mobile phone in Hindi. 

उपर्युक्त सभी तथ्यों को पढ़ने के बाद स्पष्ट होता है कि , मोबाइल मनुष्य जीवन में वरदान है तो अभिशाप भी है।

बेशक मोबाइल के अनेकों लाभ हो सकते हैं , बशर्ते उसे ठीक प्रकार से प्रयोग किया जाए।

जितनी आवश्यकता हो उतना ही मोबाइल का प्रयोग करने से मोबाइल के अनेकों दुष्परिणाम से बचा जा सकता है।

शोध में पाया गया है कि बच्चों द्वारा मोबाइल के अधिक प्रयोग से उसमें मानसिक विकास प्रभावित होता है।

अतः बच्चों को मोबाइल फोन के अधिक प्रयोग से रोकना चाहिए।

उन्हें मोबाइल फोन के लाभ अथवा हानि के बारे में बताना चाहिए।

बच्चे कम उम्र से ही मोबाइल का अनावश्यक प्रयोग करना सीख जाते हैं यह उनके नैतिक , चारित्रिक अथवा मानसिक , शारीरिक सभी प्रकार के विकास को प्रभावित करता है।

मोबाइल फोन का प्रयोग सजग और सतर्क रहते हुए करना चाहिए जिससे संभावित नुकसान अथवा खतरे से बचा जा सकता है।

मोबाइल फोन के नुकसान से बचने का एकमात्र मार्ग सतर्कता ही है।

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6 thoughts on “मोबाइल फ़ोन पर निबंध | Essay on Mobile phone in Hindi”

  1. मोबाइल फोन पर यह निबंध आपके द्वारा काफी अच्छे तरीके से लिखा गया है।
    मैं आपसे अनुरोध करना चाहूंगा कि आप और भी अन्य टॉपिक पर अवश्य निबंध लिखें ताकि हम स्टूडेंट्स को आसानी हो।

    Reply
    • आपका कॉमेंट पढ़ कर हमें बहुत अच्छा लगा। हमने लगभग 10 के करीब निबंध अपने वेबसाइट पर पहले से ही लिखे हैं अगर आप चाहें तो उन्हें पढ़ सकते हैं।
      अगर कोई ऐसा टॉपिक है जो हमसे छूट गया है वह आप कमेंट करके बता सकते हैं।

      Reply

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