परशुराम को भगवान विष्णु का अवतारी पुरुष माना गया है। यह ब्राह्मण थे किंतु स्वभाव के बेहद क्रोधी थे, इन्होंने मान्यता के अनुसार क्षत्रिय वंश की बढ़ती दमनकारी नीति से परेशान होकर पूरे पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन कर दिया था। ऋषि-मुनियों को धरती का कार्यभार सौंप कर तपस्या को चले गए थे।
यह राजा प्रसेनजीत की पुत्री रेणुका के पुत्र थे इनके पिता भृगुवंशी जमदग्नि थे।इस लेख में आप परशुराम जी के अनमोल सुविचार का अध्ययन करेंगे, जिससे आपको जीवन का एक लक्ष्य प्राप्त होगा। इसी आशा के साथ यह लेख लिखा गया है।
Parshuram Quotes in Hindi (status, captions, shayari)
1
दुनिया को हिला देने की शक्ति
आपके भीतर है
एक बार परशुराम बनने की देरी है। ।
2
परिस्थिति, वातावरण
और समय कैसा भी हो
उस पर परशुराम बनकर
विजय पाया जा सकता है। ।
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3
शांत है तो श्रीराम
क्रोधित हुए तो परशुराम
भगवान परशुराम की जय। ।
4
शस्त्र और शास्त्र जिनकी पहचान है
श्री विष्णु रूप का वही छठा अवतार है। ।
जय श्री परशुराम
5
समय पड़े तो शास्त्र से समझाइए
समय पड़े तो शस्त्र से भी समझाएं
चयन उन्हें करना है कि वह
किस भाषा को अच्छे से समझ सकते हैं। ।
भगवान परशुराम की जय
6
जो दुष्टों को भी क्षमा कर दें वह श्रीराम है
जो दुष्टों को यथोचित दंड दे वह परशुराम है। ।
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7
सांप विषैला है तो उसका फन कुचल देना ही नीति है
अवसर पड़े तो परशुराम बनो यही जगत की रीति है। ।
8
शेरों में शेर पहचाने जाते हैं
वीरों में परशुराम जाने जाते हैं। ।
9
अगर आप किसी भी चुनौती में
परशुराम बनकर लड़ेंगे
तो आपको निश्चित ही
परिणाम सफल मिलेगा। ।
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10
कभी ना झुका हूं और ना कभी झुक लूंगा
झुकने से बेहतर अपना शीश कटवा लूंगा। ।
11
जो सोचते हैं ब्राह्मण दुर्बल होते हैं
वह एक बार परशुराम को याद कर ले
तो मालूम होगा ब्राह्मण की मां
जो शेर पैदा करती है वह
हजारों भेड़ियों की झुंड में
अकेला ही काफी होता है। ।
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12
राम बनकर रहोगे तो सबूत ही मांगना पड़ेगा
परशुराम बन गए तो जमाना याद रखेगा। ।
13
सुनकर जिसका नाम कांप उठते थे जिनके प्राण
आओ मिलकर मनाए उनको वही है परशुराम।
14
बहुत पूज लिया हमने श्री राम को
बस एक बार परशुराम को भी पूजे
तो यह जमाना स्वयं ही सुधर जाएगा। ।
15
उठो साथियों और एक बार
पुनः परशुराम का फरसा चमका डालो
बदल रहा जो रंग ध्वज का
आज केसरिया कर डालो। ।
16
नतीजे भी बदलेंगे हालात भी बदलेंगे
परशुराम के भक्त हैं वादे से कभी ना हिलेंगे। ।
17
मान लो एक बात साधु हूं मैं
ना करो रावण से तुलना दानव नहीं हूं मैं
अवतार हूं जगदीश्वर का मैं
करता सबका भला हूं मैं
जय परशुराम। ।
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18
उस शीश को कहीं और झुकने की
जरूरत नहीं पड़ती, जो
परशुराम के समक्ष झुकते हैं। ।
19
बेखौफ घूम रहे हैं जो सियार
बता दो उन्हें हो जाएं अब होशियार
आ रहा है कोई शेर दोबारा
जिसका नाम है परशुराम। ।
20
कितना महान होगा वह गुरु
जिसने कर्ण जैसे शिष्य बनाए थे। ।
21
द्रोही घातक वंश विनाशक
विषधारी कोई व्याल कहो
अपकार यदि जो हो जाए
ब्राह्मण को तुम काल कहो। ।
परशुराम जी ने गलती होने पर अपनी माता का भी शीश काटने में देर ना की थी। उन्हें प्रसन्न रखना केवल वही जानता है जो सदाचरण करता है। जो लोगों का अहित करता है, ब्राह्मणों को कष्ट देता है, उसके लिए वह काल हो जाते हैं।
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22
जो शिव का दुश्मन है वह मेरा दुश्मन है
ऐसे दुश्मन को मैं कभी क्षमा नहीं करता। ।
Shayari and Parshuram Quotes in Hindi
23
जीवन में कभी ऐसा कर्म मत करो
कि परशुराम को अवतार लेना पड़े। ।
24
जब-जब नकारात्मक और
दमनकारी सत्ता दीन दुखियों को
कष्ट देगी तब तब
परशुराम अवतार लेते रहेंगे। ।
25
जहां भी स्वयं को भय के बंधन में
जकड़ा हुआ पाओ वहां
जय श्री परशुराम के घोष लगाओ
भय भी परशुराम नाम सुनते
भयभीत होकर भाग जाता है।
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26
एक ब्राह्मण ही पृथ्वी को
भय मुक्त करने के लिए काफी है
जय श्री परशुराम।
27
श्रीराम से भी बढ़कर जिनका बड़ा नाम है
महेंद्र पर्वत जिनका अपना निज धाम है
वीर भक्तों के प्रिय श्री परशुराम है। ।
28
आपका दिमाग आपको
वैसा ही बना देता है
जैसा आप सोचते हैं
चाहे तो राम बने
या बने परशुराम। ।
29
एक हाथ में परशु विराजे दूजे हाथ धनुष
प्रिय लागे राम, और आराध्य हैं शिव। ।
30
अपने शरीर की समस्त शक्तियों को
एकत्र कर लक्ष्य पर प्रहार करो
तो लक्ष्य अवश्य प्राप्त करोगे। ।
भगवान परशुराम से संबंधित जानकारी
1 परशुराम कौन थे?
उत्तर- भगवान विष्णु के आवेशावतार के रूप में परशुराम जी को जाना जाता है जिन्हें भगवान शिव का परसु नामक शस्त्र प्रदान था।
2 भगवान परशुराम कौन से ब्राह्मण थे?
उत्तर- भगवान परशुराम का जन्म ब्राह्मण कुल में अवश्य हुआ था किंतु वह कर्म से क्षत्रिय थे पूर्व समय में कर्म के आधार पर जाति का वर्गीकरण किया गया था।
3 रामायण में परशुराम का कौन था?
उत्तर- माता रेणुका और ऋषि जमदग्नि के पुत्र रूप में परशुराम त्रेता युग में विख्यात हुए उनका वर्णन मुख्य रूप से शिव धनुष के टूटने पर आता है जहां लक्ष्मण और परशुराम का संवाद आकर्षक केंद्र बनता है।
4 परशुराम किसका अवतार है?
उत्तर- भगवान परशुराम को शिव तथा विष्णु का संयुक्त अवतार माना जाता है।
5 परशुराम की पूजा क्यों की जाती है?
उत्तर- परशुराम को शिव तथा विष्णु का अवतार माना गया है। अन्य देवताओं की तरह परशुराम की भी पूजा की जाती है क्योंकि ऐसा मानना है कि परशुराम अभी भी पृथ्वी पर विराजमान है।
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निष्कर्ष
परशुराम निश्चित रूप से भगवान विष्णु के अवतारी पुरुष थे, उन्हें स्वभाव का अति क्रोधित माना गया है। उन्होंने अनेकों बार इस पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन किया है। वह अपने बाकी जीवन को महेंद्र पर्वत पर रहकर तक योग साधना में व्यतीत किया है। आज उनके अनुयाई भगवान परशुराम की आराधना और उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। किंतु मद में अंधे होकर वह अन्य जाति के लोगों को नीचा समझते हैं। जबकि भगवान परशुराम सम्यक दृष्टि से लोगों को एक समान माना करते थे। उन्हें जाति वर्ग आदि से बेर नहीं था।
आज हम उनके आदर्शों को भूल कर स्वयं को श्रेष्ठ और दूसरों को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। जबकि या परशुराम जी की सच्ची भक्ति नहीं है। यही कारण है कि आज इस दौर में हिंदू धर्म का शनै शनै विघटन होता जा रहा है। हिंदू धर्म जात-पात में बैठकर अपनी स्वयं की हानि करता जा रहा है। जिससे अन्य धर्म तथा मत के लोग हावी हो रहे हैं। समय है अभी भी सुधर कर सभी एक साथ हो और अपने धर्म की रक्षा करें।
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Best wishes on the birthday of Lord Parshuram ji!